रौशन रहे तू

दीपक की तरह
रौशन रहे तू
गहरे अंधकार पर
तेरी जीत ही लहराये

जले तू इस तरह कि
तेरे करीब से
वह कोसो दूर नजर आये

जल जाये रात सारी
तेरी इक टिमटीमाहट में
उग जाय एक सूरज
और नया सबेरा हो !

8 comments:

  1. जले तू इस तरह कि
    तेरे करीब से
    वह कोसो दूर नजर आये

    क्या बात है बहुत बढ़िया रचनाधर्मिता ....

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  2. वाह ... क्या बात है ... इस तरह जले की कोसों दूर का नज़र आए ...

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  3. इस नए सवेरे का स्वागत हैं .....

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  4. बहुत सुंदर भाव , कमाल बेमिसाल जी बहुत खूब । शुभकामनाएं रफ़्तार यूं ही बनी रहे

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  5. सुंदर भाव संयोजन से सुसज्जित भावपूर्ण रचना....

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  6. उग जाय एक सूरज
    और नया सबेरा हो !
    बहुत खूब. . सुन्दर मनोकामना

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  7. :) :) सुन्दर..इंस्पिरेशनल!! :)

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