चिट्टियां

चिट्टियों ने बनाये है
घर मिट्टी के 
हे मानव
तुमने तोड़े है
दिल चिट्टियों के 
वे काटते नही है
जंगल
नही मिटाते
संस्कृतियों को
वे रौपते है दिल
मिट्टी में
हे मानव, तुमने
तोड़े है घर
मिट्टियों के !

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