1.
समंदर है गर किनारे
तैरने का हुन्नर आ जाये
तो अच्छा !!
2.
जंगलों को मिटाना
बदलने लगा है दस्तूर
जिंदगी की
साँप अब लोटते है
दरवाजों पर !!
3.
फूल मिटाने की
कवायद
तेज कर दी उन्होंने ने
जिन्हें खुशबू से परहेज नही
कांटे हवाओ में बिखर गये
सांसो की खैर नही अब !!
4.
रोज़ सुबह चिडियों का
चहकना कम होता जाता है
घोंसलें अब सुरक्षित नही रहे !!
5.
वो नही कहते
कभी कि गैर हो
पर
जब भी मिलते है
मूँह फेर लेते है !!
समंदर है गर किनारे
तैरने का हुन्नर आ जाये
तो अच्छा !!
2.
जंगलों को मिटाना
बदलने लगा है दस्तूर
जिंदगी की
साँप अब लोटते है
दरवाजों पर !!
3.
फूल मिटाने की
कवायद
तेज कर दी उन्होंने ने
जिन्हें खुशबू से परहेज नही
कांटे हवाओ में बिखर गये
सांसो की खैर नही अब !!
4.
रोज़ सुबह चिडियों का
चहकना कम होता जाता है
घोंसलें अब सुरक्षित नही रहे !!
5.
वो नही कहते
कभी कि गैर हो
पर
जब भी मिलते है
मूँह फेर लेते है !!
jeevan ki kuch kdvi sachchaai ko ukera hai kshankaon me bahut khoob.
ReplyDeleteसभी क्षणिकाएं गहन
ReplyDeleteदेखन में छोटे लगे, घाव करे गंभीर
ReplyDeleteक्या कहने इन क्षणिकाओं के
बहुत बढिया
सभी क्षनिकाएं खूबसूरत हैं!!
ReplyDeleteआश्रय के बिना चहकन सम्भव नही
ReplyDeleteबहुत सुन्दर
आश्रय के बिना चहकन कैसा
ReplyDeleteबहुत सुन्दर