सुबह सूरज का
अपने क्षितिज पर
आने से ठीक
पहले के वक्त मे
दादा के लगाये बगीचे
जो नन्ही नन्ही घासो से बनी थी
एक सुबह थी
जिसमे एहसासों ने सांस लेना
सिखा कभी
कभी घासो से बाते
तो कभी सिंघाडे के पेड से
तितलियो के पीछे
भागते हुए
उनके पंखो पर लगे
रंगो को गिनना
तो कभी गिरे ओंस के बूँदो में
मोती तलाशना
और शबनमी बूँदो को
ऊँगलियो पर लेना
और धन्य हो जाना
गिरे फूलो से
गुडियो के लिये घण्टो गहने बनाना
रातरानी की घासो मे
लिपटी खुशबूओ के बीच
नीले आसमान का सुनहारा होना
और फिर
किरणो से आँखो को सेकना
हरी जमीन पर ठंडी पाँवो को
थिरकते देखा था
भोर होते वक्त
बचपन में !!
अपने क्षितिज पर
आने से ठीक
पहले के वक्त मे
दादा के लगाये बगीचे
जो नन्ही नन्ही घासो से बनी थी
एक सुबह थी
जिसमे एहसासों ने सांस लेना
सिखा कभी
कभी घासो से बाते
तो कभी सिंघाडे के पेड से
तितलियो के पीछे
भागते हुए
उनके पंखो पर लगे
रंगो को गिनना
तो कभी गिरे ओंस के बूँदो में
मोती तलाशना
और शबनमी बूँदो को
ऊँगलियो पर लेना
और धन्य हो जाना
गिरे फूलो से
गुडियो के लिये घण्टो गहने बनाना
रातरानी की घासो मे
लिपटी खुशबूओ के बीच
नीले आसमान का सुनहारा होना
और फिर
किरणो से आँखो को सेकना
हरी जमीन पर ठंडी पाँवो को
थिरकते देखा था
भोर होते वक्त
बचपन में !!
pahli baar aapke blog par aaya ,
ReplyDeletedil se likhi hui rachna padne ko mili,
achchha likha hai aapne,
aabhaar
एहसास की यह अभिव्यक्ति बहुत खूब
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर .... एक एक पंक्तियों ने मन को छू लिया ...
ReplyDeleteपहली बार पढ़ रहा हूँ आपको और भविष्य में भी पढना चाहूँगा सो आपका फालोवर बन रहा हूँ ! शुभकामनायें
ReplyDeleteगिरे फूलो से
ReplyDeleteगुडियो के लिये घण्टो गहने बनाना
रातरानी की घासो मे
लिपटी खुशबूओ के बीच
बहुत सुंदर ..... ऐसा ही होता है बचपन
Kya ye sab khushiya abhi aane wale bacho ko milegi...kya abhi ke bache ish kavita ko meheshus kar shakte hai..Dadaji ne jo ye swarg banaya hai hum ushe bacha sake? Duniya mai sabse jada pyar karne wale DADAJI AUR DADI HOTI HAI...aaj shandhya ji aap ne ish kavita ke jariye hame unke pash hone ka eheshas dila diya hai....bahot sundar rachaya hai aapne un phoolo ko..un hari ghas ko jo pairo ko dhanda sha eshas dilati hai...aur ush ghas ke gili miti ke khushbuka eshash to alag hi hota hai....kash o DADAJI ka pyar aaj bhi milta to koi apna to hota ...jo humse pyar kare..
ReplyDeleteबहुत सुंदर शब्द चयन,
ReplyDeleteविवेक जैन vivj2000.blogspot.com
bahut hi sunder abhivyakti
ReplyDelete