तू रूह है
तस्वुर की खाक
तो जिस्म है
पौ फटने के वक्त
सूरज का आसमान पर
उगने से पहले
पंक्षियों के कलरव के बीच
तेरा हो जाना
तू जिस्म नही रूह है
चाँद का चाँदनी से
मिलने के ठीक
पहले के वक्त में
सितारों के बीच
तेरा हो जाना
तू जिस्म नही रूह है
खुब खुब भींगना
मेध के बरसने के ठीक
पहले के वक्त में
बादलों से झांकना
तेरा हो जाना
तू जिस्म नही रूह है
आग लगने से
पहले की चिंगारी तू
और खाक होने से पहले
तेरा बस हो जाना
तू जिस्म नही रूह है
तुफान के उठने से
ठीक पहले के वक्त में
हल्की और मधूर ब्यार से
सिहरन का पैदा होना
और तबाह होने के पहले
बस तेरा हो जाना
तू जिस्म नही रूह है
डुबने से पहले
उठते भँवर में
चक्कर खाने के बीच
बस तेरा हो जाना
तू जिस्म नही रूह है
तस्वुर की खाक
तो जिस्म है
पौ फटने के वक्त
सूरज का आसमान पर
उगने से पहले
पंक्षियों के कलरव के बीच
तेरा हो जाना
तू जिस्म नही रूह है
चाँद का चाँदनी से
मिलने के ठीक
पहले के वक्त में
सितारों के बीच
तेरा हो जाना
तू जिस्म नही रूह है
खुब खुब भींगना
मेध के बरसने के ठीक
पहले के वक्त में
बादलों से झांकना
तेरा हो जाना
तू जिस्म नही रूह है
आग लगने से
पहले की चिंगारी तू
और खाक होने से पहले
तेरा बस हो जाना
तू जिस्म नही रूह है
तुफान के उठने से
ठीक पहले के वक्त में
हल्की और मधूर ब्यार से
सिहरन का पैदा होना
और तबाह होने के पहले
बस तेरा हो जाना
तू जिस्म नही रूह है
डुबने से पहले
उठते भँवर में
चक्कर खाने के बीच
बस तेरा हो जाना
तू जिस्म नही रूह है
डुबने से पहले
ReplyDeleteउठते भँवर में
चक्कर खाने के बीच
बस तेरा हो जाना
तू जिस्म नही आत्मा है ! सार्थक अभिवयक्ति....
सुन्दर भावाव्यक्ति।
ReplyDeleteबहुत सुंदर रचना
ReplyDeleteडुबने से पहले
उठते भँवर में
चक्कर खाने के बीच
बस तेरा हो जाना
तू जिस्म नही आत्मा है !
क्या कहने
सारगर्भित..
ReplyDeleteबहुत सुंदर और भावपूर्ण...
ReplyDeleteबहुत सुंदर और भावपूर्ण...
ReplyDeleteडुबने से पहले
ReplyDeleteउठते भँवर में
चक्कर खाने के बीच
बस तेरा हो जाना
तू जिस्म नही रूह है
अच्छी प्रस्तुति !!
भावपूर्ण अभिव्यक्ति
ReplyDeleteसुन्दर भावनात्मक प्रस्तुति , बधाई
ReplyDeleteआग लगने से
ReplyDeleteपहले की चिंगारी तू
और खाक होने से पहले
तेरा बस हो जाना
तू जिस्म नही रूह है
बहुत खूब ..गहन अभिव्यक्ति
बहुत बढ़िया भावनात्मक प्रस्तुति
ReplyDeleteGyan Darpan
Matrimonial Service
gahan bhaavabhiykti...
ReplyDeleteतू रूह है
ReplyDeleteतस्वुर की खाक
तो जिस्म है,
वाह क्या बात कही है. बहुत सुंदर भावमयी प्रस्तुति.
बधाई.
mera tujhme fna ho jana ..tu jism nahi rooh hai.....bahut sundar sandhya..
ReplyDeletenice expressions
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